Bihar Parvashi Majdur App Launch : नमस्कार दोस्तों, बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग ने राज्य के प्रवासी मजदूरों के लिए एक नया मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप के जरिए राज्य के सभी प्रवासी श्रमिकों का पंजीकरण किया जाएगा। पंजीकरण के बाद प्रत्येक प्रवासी श्रमिक को एक 12 अंकों की पहचान संख्या प्राप्त होगी, जो विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में मदद करेगी।
यह ऐप प्रवासी मजदूरों की पहचान को प्रमाणित करने के साथ ही उन्हें राज्य और केंद्र सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने में सहायक होगा। इस लेख में हम इस ऐप की पूरी जानकारी, पंजीकरण प्रक्रिया और इसके लाभों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
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Bihar Parvashi Majdur App Launch : Overall
लेख का नाम | Bihar Parvashi Majdur App Launch |
लेख का प्रकार | सरकारी योजना |
नई अपडेट | न्यू ऐप लॉन्च |
संपूर्ण जानकारी | इस लेख से प्राप्त करे |
Bihar Parvashi Majdur App Launch क्या है?
बिहार श्रम संसाधन विभाग द्वारा विकसित यह मोबाइल ऐप प्रवासी मजदूरों की पहचान, पंजीकरण और सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने के उद्देश्य से बनाया गया है। इस ऐप के माध्यम से बिहार से बाहर काम करने वाले मजदूरों का एक विस्तृत डेटाबेस तैयार किया जाएगा, जिससे सरकार उनके कल्याण के लिए उपयुक्त नीतियां बना सके।
इस ऐप के जरिए:
- प्रवासी मजदूरों का पंजीकरण डिजिटल रूप से किया जाएगा।
- हर पंजीकृत मजदूर को एक 12 अंकों की पहचान संख्या दी जाएगी।
- सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होगी।
- मजदूरों की सुरक्षा और आपातकालीन सहायता सुनिश्चित की जाएगी।
Bihar Parvashi Majdur App Launch का उद्देश्य
इस ऐप को लॉन्च करने का मुख्य उद्देश्य राज्य के बाहर काम कर रहे श्रमिकों का पंचायत स्तर पर एक मजबूत डेटाबेस तैयार करना है। इससे सरकार को प्रवासी मजदूरों की सही संख्या और उनकी स्थिति का पता चलेगा, जिससे उनके लिए नई योजनाएं बनाई जा सकेंगी।
इसके प्रमुख उद्देश्य:
- प्रवासी मजदूरों का डिजिटल रूप से पंजीकरण करना।
- श्रमिकों को सरकारी योजनाओं से जोड़ना।
- रोजगार और कौशल विकास के अवसर प्रदान करना।
- श्रमिकों की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा करना।
शिविरों के माध्यम से जागरूकता अभियान : Bihar Parvashi Majdur App Launch
सरकार ने इस ऐप को अधिक से अधिक मजदूरों तक पहुँचाने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान शुरू किया है। श्रम संसाधन विभाग के अनुसार, पंचायत और ब्लॉक स्तर पर विशेष शिविर लगाए जाएंगे, जिनमें सरकारी अधिकारी, विकास मित्र, पंचायत रोजगार सेवक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, जीविका समूह और टोला सेवकों को ऐप के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इसके अतिरिक्त, ग्राम पंचायतों और शहरी क्षेत्रों में माइकिंग, बैनर-पोस्टर और अन्य प्रचार माध्यमों से इस ऐप को लोकप्रिय बनाया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक प्रवासी मजदूर इसका लाभ उठा सकें।
विशेष पंजीकरण शिविरों का आयोजन : Bihar Parvashi Majdur App Launch
सरकार ने प्रवासी मजदूरों के पंजीकरण को सुचारू रूप से करने के लिए रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सरकारी कार्यालयों और पंचायत भवनों पर विशेष शिविरों का आयोजन करने का निर्णय लिया है। इन शिविरों में प्रवासी श्रमिकों को ऐप के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी और उनका पंजीकरण भी कराया जाएगा।
श्रमायुक्त राजेश भारती ने बताया कि इस अभियान में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा।
तीन महीने में 10 लाख मजदूरों का पंजीकरण लक्ष्य : Bihar Parvashi Majdur App Launch
सरकार ने तीन महीने के भीतर कम से कम 10 लाख प्रवासी मजदूरों का पंजीकरण पूरा करने का लक्ष्य रखा है। प्रत्येक पंचायत में हर महीने कम से कम 500 मजदूरों का पंजीकरण सुनिश्चित करने के लिए श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों को विशेष जिम्मेदारी दी गई है।
यह कदम प्रवासी मजदूरों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने में अहम भूमिका निभाएगा और उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगा।
बिहार प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना : Bihar Parvashi Majdur App Launch
बिहार सरकार ने प्रवासी मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा के लिए वर्ष 2008 में “बिहार राज्य प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना” लागू की थी। इस योजना के तहत दुर्घटनाग्रस्त प्रवासी मजदूरों या उनके आश्रितों को आर्थिक सहायता दी जाती है।
अनुदान की प्रमुख श्रेणियां:
- यदि किसी प्रवासी मजदूर की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है, तो उनके आश्रितों को ₹2,00,000 की सहायता राशि दी जाती है।
- स्थायी पूर्ण अपंगता की स्थिति में ₹1,00,000 की आर्थिक मदद मिलती है।
- स्थायी आंशिक अपंगता की स्थिति में ₹50,000 की सहायता दी जाती है।
यह योजना प्रवासी श्रमिकों को एक वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है और उनके आश्रितों को सहायता देती है।
Bihar Parvashi Majdur App Launch : Important Links
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Official website |
निष्कर्ष
बिहार प्रवासी मजदूर ऐप सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो प्रवासी मजदूरों के कल्याण और उनके सामाजिक-आर्थिक सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह ऐप न केवल मजदूरों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने में मदद करेगा, बल्कि उनके डेटा को संरक्षित करके सरकार को श्रमिक नीतियां बनाने में भी सहायता करेगा।
इस ऐप के जरिए लाखों प्रवासी मजदूर अपनी पहचान को सुरक्षित कर सकेंगे और विभिन्न सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ उठा सकेंगे। यदि आप प्रवासी मजदूर हैं, तो इस ऐप पर पंजीकरण अवश्य कराएं और सरकार की योजनाओं का लाभ लें।
सामान्य प्रश्न (FAQs)
- बिहार प्रवासी मजदूर ऐप क्या है और यह कैसे काम करता है?
बिहार प्रवासी मजदूर ऐप एक सरकारी मोबाइल एप्लिकेशन है, जिसे श्रम संसाधन विभाग ने विकसित किया है। यह ऐप प्रवासी मजदूरों का पंजीकरण करने, उन्हें एक पहचान संख्या देने और विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करता है। - बिहार प्रवासी मजदूर ऐप पर पंजीकरण करने के लिए क्या आवश्यक है?
पंजीकरण के लिए प्रवासी मजदूर को अपने आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और निवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी। पंजीकरण के बाद उन्हें 12 अंकों की एक पहचान संख्या प्राप्त होगी, जिससे वे सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकेंगे।